राजरूपा घोष*, शिबली सरवर
दुनिया भर में लाखों लोग एस्चेरिचिया कोली ( ई. कोली ) नामक बैक्टीरिया के कारण होने वाले मूत्र मार्ग संक्रमण (यूटीआई) से पीड़ित हैं , जो वैश्विक स्वास्थ्य पर एक बड़ा बोझ है। उचित उपचार और निवारक तकनीकों को विकसित करने के लिए इन बीमारियों से जुड़ी महामारी विज्ञान और जोखिम कारकों को समझना आवश्यक है। इस अध्ययन में ई. कोली से जुड़े यूटीआई की आवृत्ति, वितरण पैटर्न और जोखिम कारकों की जांच की गई है, जिसमें उम्र, लिंग, अंतर्निहित चिकित्सा समस्याओं और ओपियेट के उपयोग पर विशेष ध्यान दिया गया है। अध्ययन का उद्देश्य नैदानिक जानकारी, सांख्यिकीय मॉडल और पिछले शोध के विश्लेषण द्वारा यूटीआई के बारे में ज्ञान में सुधार करना है, नैदानिक लक्षणों की रोगजनन, नैदानिक तकनीक, उपचार रणनीति और निवारक उपाय। परिणाम इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि वैकल्पिक उपचारों का उपयोग करके और एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग करते समय सावधानी के साथ ई. कोली यूटीआई का व्यवस्थित रूप से इलाज करना कितना महत्वपूर्ण है। अध्ययन केंद्रित हस्तक्षेपों, नीति निर्माण और सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों के माध्यम से ई. कोली के कारण होने वाले यूटीआई की घटनाओं को कम करने के लिए चल रहे प्रयासों की आवश्यकता पर जोर देता है । अंततः, यह शोध प्रबंध ज्ञान को आगे बढ़ाता है, भावी अनुसंधान पथों को निर्देशित करता है, तथा ई. कोलाई जनित यू.टी.आई. के उपचार में नैदानिक परिणामों को बढ़ाता है।