आनंदी नरसिम्हन
उद्देश्य: लेखक ने महामारी के प्रति मानसिक स्वास्थ्य प्रतिक्रियाओं के संबंध में 2005 से प्रकाशित साहित्य की समीक्षा की।
विधि: समीक्षा की शुरुआत कम्प्यूटरीकृत साहित्य खोज से हुई। मूल खोज में पहचाने गए लेखों के उद्धरणों के माध्यम से आगे के स्रोतों का पता लगाया गया।
परिणाम: लेखक ने समीक्षा किए गए लेखों की सामग्री को निम्न श्रेणियों का उपयोग करके संश्लेषित किया: 1) महामारी के मानसिक स्वास्थ्य संबंधी निहितार्थों की पहचान करना और साथ ही संगरोध में रहने से होने वाले प्रभाव 2) स्वास्थ्य पेशेवरों पर प्रभाव 3) उच्च जोखिम वाली आबादी की पहचान करना 4) स्क्रीनिंग प्रोटोकॉल का अनुकूलन करना 5) हस्तक्षेप और उपचार को प्रभावी ढंग से संचालित करना 6) मानसिक स्वास्थ्य लक्षणों को लक्षित करने वाले साक्ष्य आधारित उपचार
निष्कर्ष: पिछले शोध से पता चला है कि महामारी से मानसिक स्वास्थ्य संबंधी गंभीर प्रभाव हो सकते हैं और जो लोग पहले से ही मानसिक बीमारी से जूझ रहे हैं, उनमें लक्षण और भी बढ़ सकते हैं। उच्च जोखिम वाली आबादी की पहचान उच्च स्क्रीनिंग के साथ की जानी चाहिए, और उचित साक्ष्य आधारित हस्तक्षेप किए जाने चाहिए जो मानसिक स्वास्थ्य संबंधी लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।