बालाचंदर राकेश, श्रीकला भरत, भवानी शंकर बागेपल्ली, जीतेंद्र सैनी, शिल्पा सदानंद, नवीन डोनथी, पलानीमुथु थंगाराजू शिवकुमार, सदानंदवल्ली रत्नास्वामी चंद्रा और मैथ्यू वर्गीस
पृष्ठभूमि और उद्देश्य: अल्जाइमर रोग (एडी) एक पुरानी न्यूरोडीजेनेरेटिव स्थिति है जो धीरे-धीरे सभी संज्ञानात्मक डोमेन को प्रभावित करती है। एडी के रोगियों में परफ्यूज़न की कमी पाई गई है। हमारा लक्ष्य एडी के रोगियों में लोब के परफ्यूज़न और संज्ञान में इसकी भूमिका का अध्ययन करना है। कार्यप्रणाली: जेरियाट्रिक क्लिनिक में आने वाले एडी से पीड़ित 16 दाएं हाथ के रोगियों के हिंदी मानसिक स्थिति परीक्षण (एचएमएसई) पर संज्ञानात्मक स्कोर सहित नैदानिक डेटा रिकॉर्ड किया गया। मानक प्रोटोकॉल के साथ सिंगल फोटॉन एमिशन कंप्यूटर टोमोग्राफी (एसपीईसीटी) प्राप्त की गई। क्षेत्रीय परफ्यूज़न को मापने के लिए प्रत्येक ललाट, टेम्पोरल, पार्श्विका, पश्चकपाल, अनुमस्तिष्क लोब पर रुचि का क्षेत्र लागू किया गया। परिणाम: 73.5 ± 8.5 वर्ष की आयु के एडी के रोगी हमने दाएं गोलार्ध (पी = 0.003) और बाएं गोलार्ध (पी = 0.009) के भीतर अलग-अलग लोब के बीच परफ्यूज़न में एक महत्वपूर्ण अंतर देखा। निष्कर्ष: एडी के रोगियों के इस नमूने में हम इंट्रा-हेमिस्फेरिक लोब के भीतर मस्तिष्क परफ्यूज़न के विभेदक पैटर्न को प्रदर्शित करने में सक्षम थे, संभवतः अध:पतन की भिन्न दर के कारण। हम एडी के रोगियों में बाएं टेम्पोरल लोब परफ्यूज़न और संज्ञानात्मक स्कोर के बीच एक संभावित संबंध को प्रदर्शित करने में सक्षम थे।