नरेंद्र रेड्डी चेरेड्डी, साथिया थेनारासु और असित बरन मंडल
उद्देश्य: विषाक्त धातु आयनों का नग्न आंखों से पता लगाने की अनुमति देने वाले केमोसेंसर उपयोगकर्ता के अनुकूल, पोर्टेबल हैं और परिष्कृत उपकरणों की आवश्यकता को समाप्त करते हैं। वर्तमान अध्ययन का उद्देश्य Zn2+ के लिए एक PET (फोटोइंड्यूज्ड इलेक्ट्रॉन ट्रांसफर) आधारित केमोसेंसर विकसित करना था जो Zn2+ से बंधने पर अपना रंग बदलता है ताकि नग्न आंखों से पता लगाया जा सके।
विधियाँ: एक नया 4-पाइपरज़िनो-1,8-नेफ़थालिमाइड आधारित फ्लोरोसेंट जांच 1 को संश्लेषित किया गया और इसकी संरचना NMR और XRD तकनीकों का उपयोग करके निर्धारित की गई। जलीय और गैर-जलीय मीडिया में 1 के अवशोषण और प्रतिदीप्ति विशेषताओं पर सॉल्वैटोक्रोमिक प्रभावों का पता लगाया गया। Li+, Na+, K+, Cu2+, Mg2+, Ca2+, Cr3+, Mn2+, Fe2+, Co2+, Ni2+, Zn2+, Cd2+, Hg2+ और Pb2+ जैसे सामान्य आयनों के हस्तक्षेप की निगरानी के लिए धातु आयन प्रतिस्पर्धा प्रयोग किए गए।
परिणाम और निष्कर्ष: Zn2+ के रंगमिति और फ्लोरोमेट्रिक पता लगाने में सॉल्वेटोक्रोमिक प्रभाव के महत्व और धातु आयन विस्थापन के माध्यम से Cu2+ की टर्न-ऑफ सेंसिंग पर जोर दिया गया है। गैर-जलीय वातावरण में, जांच 1 Zn2+ के लिए टर्न-ऑन केमोसेंसर के रूप में और Cu2+ के प्रति टर्न-ऑफ केमोसेंसर के रूप में कार्य करता है और इस प्रकार, दो अलग-अलग तरीकों से Zn2+ और Cu2+ आयनों का पता लगाने में सक्षम बनाता है। जलीय वातावरण में, जांच 1 केवल Cu2+ आयन के लिए टर्न-ऑफ केमोसेंसर के रूप में कार्य करता है