खालिद डब्ल्यू अल कुलीती
पृष्ठभूमि: सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित एक मरीज़, जो कई विशिष्ट और असामान्य एंटीसाइकोटिक दवाओं के उपचार के प्रति प्रतिरोधी था, को क्लोज़ापाइन निर्धारित किया गया था। क्लोज़ापाइन की उच्च खुराक लेने के बाद, उसे दो बार दौरे पड़े।
उद्देश्य: मनोविकृतिकारी एजेंटों के प्रयोग से उत्पन्न होने वाले गंभीर दुष्प्रभावों, जैसे दौरा पड़ना, पर प्रकाश डालना, तथा इन मामलों में हस्तक्षेप करने के तरीकों की सिफारिश करना।
निष्कर्ष: मनोविकार रोधी दवाओं (जैसे क्लोजापाइन) के संभावित गंभीर दुष्प्रभावों का नैदानिक ज्ञान आवश्यक है और विस्तृत नैदानिक मूल्यांकन से रोगियों को होने वाली गंभीर हानि तथा उपचार विफलता से बचने में मदद मिल सकती है।