मलिक वकास जावीद, ज़फ़र क़ुरतुल-ऐन
फ्रेनम जबड़े की हड्डियों से लेबियल, बुक्कल और लिंगुअल म्यूकोसा का एक नरम ऊतक है। इस नरम ऊतक तह के विकास में असामान्यताएं जीभ की गतिशीलता को सीमित करने वाले बहुत छोटे लिंगुअल फ्रेनम के रूप में दिखाई दे सकती हैं। इस स्थिति को एंकलोग्लोसिया या जीभ की गांठ कहा जाता है। शल्य चिकित्सा तकनीक का उपयोग फ्रेनम को फिर से लगाने और एंकलोग्लोसिया के कारण होने वाली कार्यात्मक कमियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। यह केस रिपोर्ट एक 30 वर्षीय पुरुष रोगी को प्रस्तुत करती है, जो छोटे लिंगुअल फ्रेनम के कारण बोलने में अक्षम है। 980 एनएम डायोड लेजर का उपयोग फ्रेनेक्टोमी के लिए किया गया था, जिसमें न्यूनतम दर्द और बिना किसी जटिलता के उपचार दिखाया गया था। डायोड लेजर का उपयोग करके फ्रेनेक्टोमी और मौखिक घावों की बायोप्सी जैसी सर्जिकल प्रक्रियाओं को प्रभावी ढंग से किया जा सकता है।