कुरात उल ऐन, नवीद आसिफ, महविश गिलानी, नोरेन, वकास शेख और अम्माद अकरम
उद्देश्य: यह अध्ययन कार्डियोवैस्कुलर जोखिम वाले वयस्कों में ट्राइग्लिसराइड्स से एचडीएल अनुपात के लिए कटऑफ मूल्य निर्धारित करने के उद्देश्य से किया गया था।
अध्ययन डिजाइन: अध्ययन डिजाइन क्रॉस सेक्शनल था जो अवलोकन क्रॉस सेक्शनल है।
अध्ययन का स्थान और अवधि: जनवरी 2018-जून 2018 तक सशस्त्र बल पैथोलॉजी संस्थान रावलपिंडी के रासायनिक विकृति विज्ञान और एंडोक्रिनोलॉजी विभाग।
कार्यप्रणाली: यह अध्ययन जनवरी 2018-जून 2018 से सशस्त्र बल पैथोलॉजी संस्थान में संस्थागत समीक्षा बोर्ड (आईआरबी) की मंजूरी के बाद आयोजित एक क्रॉस सेक्शनल अध्ययन था। 354 रोगियों से डेटा एकत्र किया गया था। समावेशन मानदंडों में 19-50 वर्ष की आयु के वयस्क शामिल थे। कैंसर, तपेदिक, बिस्तर पर पड़े मरीजों जैसे सह-रुग्णता वाले रोगी को अध्ययन से बाहर रखा गया था।
परिणाम: चुने गए कुल ३५४ मरीजों में से २६९ (७१.५%) महिलाएं थीं जबकि ८६ (२२.९%) पुरुष थे जिनकी औसत आयु ३७ ± ११.६४ वर्ष थी और आयु समूह २२-६० वर्ष के बीच था। ट्राइग्लिसराइड्स से एचडीएल-सी अनुपात के लिए १.० का कट ऑफ कार्डियो मेटाबोलिक जोखिम कारकों (मोटापा, उच्च रक्तचाप, मधुमेह) वाले प्रतिभागियों की पहचान करने में सक्षम था। कार्डियो मेटाबोलिक जोखिम कारकों की भविष्यवाणी करने के लिए टीजी/एचडीएल-सी अनुपात की क्षमता के लिए आरओसी का एयूसी ०.६८ ± १.६० (पी-मूल्य = ०.०३) के निर्देशांक के साथ महत्वपूर्ण था। विशेष रूप से १.० के कटऑफ बिंदु के साथ इसने ७६% की संवेदनशीलता दिखाई जबकि कार्डियोवैस्कुलर जोखिम कारकों के शुरुआती निदान के लिए विशिष्टता ६४%
थी ।