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पश्चिम जावा में चावल-पशुधन एकीकृत कृषि प्रणाली की स्थिरता पर बाहरी कारकों का प्रभाव: एक घरेलू आर्थिक दृष्टिकोण

लिंडावती, नुनुंग कुसनदी, श्री उतामी कुंतजोरो और देवा केएस स्वस्तिक

इस अध्ययन का उद्देश्य चावल-पशुधन एकीकृत कृषि प्रणाली की स्थिरता पर बाहरी कारकों के प्रभाव का विश्लेषण करना था। इस अध्ययन में घरेलू आर्थिक व्यवहार को प्रभावित करने वाले कारकों का भी विश्लेषण किया गया। 199 किसानों से डेटा एकत्र किया गया, जिसमें 134 चावल-पशुधन एकीकृत कृषि प्रणाली (आरएलआईएफएस) किसान और 65 गैर आरएलआईएफएस किसान शामिल थे। घरेलू आर्थिक व्यवहार का अनुमान लगाने के लिए समकालिक समीकरण मॉडल का उपयोग किया गया था। परिणाम से पता चला कि किसान की उत्पादन गतिविधियों का घरेलू आर्थिक व्यवहार चावल के बीज, चावल के भूसे, घास, चोकर, श्रम, ऋण, चावल और पशुधन उत्पादन के साथ-साथ चावल के खेत के क्षेत्र जैसे कई कारकों से सकारात्मक रूप से प्रभावित हुआ था। उपभोग व्यय पर परिवार के सदस्यों, स्कूली बच्चों और कुल घरेलू आय का सकारात्मक प्रभाव पड़ा। परिणाम से यह भी पता चला कि आरएलआईएफएस किसान चावल के बीज, एसपी-36 उर्वरक, अन्यथा, आरएलआईएफएस किसान खाद, चोकर, चावल के भूसे, चावल के साथ-साथ पशुधन जैसे उत्पादों की कीमतों में वृद्धि के प्रति संवेदनशील थे, जिससे किसान गैर आरएलआईएफएस किसानों की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक अस्थिर थे।

अस्वीकृति: इस सारांश का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया है और इसे अभी तक समीक्षा या सत्यापित नहीं किया गया है।