संदीप महापात्रा, पिंजला रामकृष्ण, पुनीथ जूपल्ली और मुजतबा हुसैन नकवी सैयद
पृष्ठभूमि: प्रोस्टाग्लैंडीन E1 से महत्वपूर्ण परिधीय संवहनी रोग और अंग को खतरा पहुंचाने वाले इस्केमिया वाले रोगियों को लाभ होने की सूचना मिली है। वर्तमान पूर्वव्यापी अध्ययन
गैर पुनर्निर्माण योग्य लक्षणात्मक परिधीय धमनी रोग के रोगियों में टखने के ब्रेकियल इंडेक्स पर प्रोस्टाग्लैंडीन E1 के प्रभाव का आकलन
करने का प्रयास करता है। उद्देश्य: गैर पुनर्निर्माण योग्य लक्षणात्मक
परिधीय धमनी रोग के रोगियों में टखने के ब्रेकियल इंडेक्स पर प्रोस्टाग्लैंडीन E1 के प्रभाव का अध्ययन करना। तरीके: संवहनी सर्जरी के मेडिकल रिकॉर्ड
से 40 रोगियों के केस रिकॉर्ड प्राप्त किए गए, जिन्होंने इंजेक्शन के कम से कम छह चक्र पूरे किए थे । इन रोगियों के जनसांख्यिकीय डेटा और टखने के ब्रेकियल इंडेक्स को आधार रेखा पर और दवा के छह चक्रों के अंत में दर्ज किया गया था। परिणाम: प्रोस्टाग्लैंडीन E1 इंजेक्शन के छह चक्रों के बाद दोनों अंगों का औसत ABI आधार रेखा से अध्ययन के अंत तक महत्वपूर्ण रूप से बदल गया (p<0.05)। सह-रुग्णता की स्थिति वाले रोगियों की तुलना में बिना किसी सह-रुग्णता की स्थिति वाले रोगियों में दोनों अंगों के एंकल ब्रेकियल इंडेक्स के साथ-साथ औसत एंकल ब्रेकियल इंडेक्स में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। निष्कर्ष : प्रोस्टाग्लैंडीन E1 थेरेपी गैर-पुनर्निर्माण योग्य लक्षणात्मक परिधीय धमनी रोग वाले रोगियों के लक्षणात्मक अंग में एंकल ब्रेकियल इंडेक्स को बढ़ाती है ।