मुहम्मद यूनुस, फर्रख जिया खान, सबीरा सुल्ताना और हाफिज मुहम्मद आसिफ
उद्देश्य: इचिनोप्स इचिएंटस एल. (एस्टेरेसी) की जड़ में बहुत अधिक औषधीय गुण पाए जाते हैं। वर्तमान अध्ययन का उद्देश्य दो अलग-अलग स्पेक्ट्रल विश्लेषणों द्वारा इचिनोप्स इचिएंटस के मेथनॉल अर्क की रासायनिक प्रोफ़ाइल निर्धारित करना था जो चिकित्सीय रूप से उपयोग किए जाने पर इसकी उचित पहचान के लिए उपयोगी होगा। पृथक यौगिकों और कच्चे मेथनॉल अर्क की जीवाणुरोधी गतिविधि के लिए जांच की गई।
विधियाँ: इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोस्कोपी (FTIR) और अल्ट्रावायलेट स्पेक्ट्रोस्कोपी जैसी विभिन्न विश्लेषणात्मक विधियों द्वारा स्पेक्ट्रल विश्लेषण किया गया। कई मानव रोगजनक ग्राम पॉजिटिव और ग्राम नेगेटिव बैक्टीरिया के खिलाफ होल प्लेट डिफ्यूजन विधि द्वारा ई. इचिनाटस जड़ के अर्क की इन विट्रो जीवाणुरोधी गतिविधि का अध्ययन किया गया।
परिणाम: कॉलम क्रोमैटोग्राफी का उपयोग करके कच्चे मेथनॉल अर्क से पांच यौगिकों को अलग किया गया और इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोस्कोपी (FTIR) और अल्ट्रावायलेट स्पेक्ट्रोस्कोपी जैसी तकनीकों द्वारा उनकी विशेषता बताई गई। यौगिकों ने 67 से 9.4 तक के विभिन्न Rf मान दिखाए। सभी पांच पृथक किए गए यौगिकों और कच्चे मेथनॉल अर्क ने सभी उपभेदों के खिलाफ महत्वपूर्ण जीवाणुरोधी गतिविधि दिखाई। हालांकि, स्टैफिलोकोकस ऑरियस (17.0 मिमी), (15.3 मिमी),
निष्कर्ष: इस अध्ययन के परिणाम से पता चला कि इचिनोप्स इचिएंटस जड़ के मेथनॉल अर्क और इसके पृथक यौगिकों ने उल्लेखनीय जीवाणुरोधी गतिविधि प्रदर्शित की। इसलिए, इस अध्ययन के परिणाम फार्मा उद्योग और पौधों के व्यवस्थित अध्ययनों में इस औषधीय रूप से महत्वपूर्ण पौधे के लिए जैव रासायनिक मार्कर के रूप में कार्य कर सकते हैं।