कृष्ण कुमार देव और रवि कुमार भास्कर
पृष्ठभूमि: यह अध्ययन पूर्वी नेपाल में प्रसवपूर्व देखभाल (एएनसी) सेवा उपयोग से जुड़े सामाजिक-आर्थिक कारकों का आकलन करने के लिए किया गया था।
विधियाँ: पूर्वी नेपाल के सुनसरी जिले में एक क्रॉस-सेक्शनल मात्रात्मक अध्ययन किया गया। इस अध्ययन में एक वर्ष से पहले की अवधि में प्रसव कराने वाली कुल 372 महिलाओं का साक्षात्कार लिया गया।
परिणाम: लॉजिस्टिक रिग्रेशन विश्लेषण से पता चला कि मीडिया के संपर्क में आने वाली महिलाओं को चार या अधिक ANC सेवाएँ प्राप्त करने की तीन गुना से अधिक संभावना थी (AOR=3.48, 95%CI:1.20-10.05)। इसी तरह, लाभप्रद जातीयता की महिलाओं को वंचित जातीयता के उत्तरदाताओं की तुलना में चार या अधिक ANC विज़िट होने की दो गुना से अधिक संभावना थी (AOR=2.43, 95%CI: 2.04-6.92)। इसी तरह, स्वायत्तता के उच्च स्तर वाली महिलाओं को स्वायत्तता के निम्न स्तर वाली महिलाओं की तुलना में चार या अधिक ANC विज़िट होने की लगभग तीन गुना अधिक संभावना थी (AOR=2.86, 95%CI: 1.47-5.64))। इसी तरह अमीर महिलाओं को गरीब महिलाओं की तुलना में चार या अधिक ANC विज़िट होने की दो गुना अधिक संभावना थी (AOR=2.28, 95%CI: 1.06-5.25)।
निष्कर्ष: अपेक्षाकृत लाभप्रद जातीयता, महिलाओं की स्वायत्तता का उच्च स्तर, मातृ स्वास्थ्य सेवा पर अच्छा ज्ञान और ए.एन.सी. पूरा होने पर प्रोत्साहन पर ज्ञान, मातृ स्वास्थ्य सेवा से संबंधित संदेशों के साथ मीडिया संपर्क और उच्च धन रैंक, 4 बार ए.एन.सी. सेवा उपयोग के साथ महत्वपूर्ण रूप से संबद्ध पाए गए।