डेविड एम गुयेन, रोनदीप बरार और स्टेनली एल श्रियर
पृष्ठभूमि: पाकिस्तान 190 मिलियन लोगों वाला एक विकासशील देश है, जहाँ संक्रामक रोगों का बोझ बढ़ता जा रहा है। हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी), हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी) और ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) ट्रांसफ्यूजन से होने वाले वायरल संक्रमणों के लिए जिम्मेदार सबसे महत्वपूर्ण एजेंट हैं। रक्तदाताओं को समुदाय की सबसे स्वस्थ आबादी माना जाता है और रक्तदाताओं में एचबीवी, एचसीवी और एचआईवी की जांच से आबादी में इन संक्रमणों की वास्तविक व्यापकता का पता चलेगा।
सामग्री और विधियाँ: यह अध्ययन जुलाई 2005 से जुलाई 2013 तक पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PIMS) अस्पताल, इस्लामाबाद, पाकिस्तान में किया गया था। इस अध्ययन में 18 वर्ष से 60 वर्ष की आयु के 160,376 रक्तदाताओं को नामांकित किया गया था। अध्ययन को PIMS अस्पताल की नैतिक समीक्षा समिति द्वारा अनुमोदित किया गया था। सभी नमूनों की जांच हेपेटाइटिस बी वायरस सरफेस एंटीजन (HBsAg), एंटी-HCV और एंटी-HIV के लिए चौथी पीढ़ी के ELISA द्वारा की गई थी। SPS सॉफ़्टवेयर संस्करण 17 का उपयोग करके सांख्यिकीय विश्लेषण किए गए।
परिणाम: 160,376 दानकर्ताओं में से 157,920 (98.47%) प्रतिस्थापन दाता थे। रक्तदाताओं में (HBVsAg), एंटी-HCV और एंटी-HIV का समग्र सीरोप्रवलेंस क्रमशः 2.35%, 3.26% और 0.017% था। HBV और HCV सह-संक्रमण का प्रचलन 0.084% था।
निष्कर्ष: रक्तदाताओं में हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी और ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस का प्रसार बहुत अधिक है और इसे स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। देश की रक्तदान की आवश्यकता को पूरा करने के लिए स्वैच्छिक दाताओं की संख्या बढ़ाने के लिए लोगों को शिक्षित करने की आवश्यकता है।