ओमिद एस तेहरानी, हाइफ़ा अब्दुलहक और सेलिया डी डेलोज़ियर
उद्देश्य: पारिवारिक कैंसर में जर्मलाइन CDKN2A I49T (जिसे p.I49T : ATC>ACC के नाम से भी जाना जाता है) की क्षमता की पहचान करना और कार्सिनोजेनेसिस में एक लक्षित चालक उत्परिवर्तन के रूप में इसकी क्षमता।
विधि: फेफड़े, गले, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्ट्रोमल ट्यूमर (GIST) और ओस्टियोसारकोमा के कैंसर से प्रभावित किंड्रेड में व्यावसायिक रूप से उपलब्ध अगली पीढ़ी के अनुक्रमण (NGS) का उपयोग करके जर्मलाइन उत्परिवर्तन विश्लेषण किया गया। कीमो-रिफ्रैक्टरी ओस्टियोसारकोमा का उपचार CDK4/6 अवरोधक पल्बोसिक्लिब के साथ किया गया था। प्रतिक्रिया की निगरानी सीरियल कंप्यूटेड टोमोग्राफी (CT) इमेजिंग द्वारा की गई थी।
परिणाम: किंड्रेड में दो प्रभावित सदस्य, एक GIST और एक ओस्टियोसारकोमा के साथ परीक्षण किया गया और जर्मलाइन CDKN2A I49T परिवर्तन के लिए सकारात्मक साबित हुआ। ओस्टियोसारकोमा वाले रोगी ने कई सर्जिकल रिसेक्शन और संयोजन कीमोथेरेपी के बावजूद रोग की प्रगति का अनुभव किया। रोगी ने CDK4/6 अवरोधक पल्बोसिक्लिब के प्रति स्थायी प्रतिक्रिया दिखाई, तथा रोग एक वर्ष से अधिक समय तक नियंत्रित रहा।
निष्कर्ष: इन निष्कर्षों ने जर्मलाइन CDKN2A I49T से जुड़े एक पारिवारिक कैंसर सिंड्रोम का सुझाव दिया और एक लक्षित चालक उत्परिवर्तन के रूप में इसकी क्षमता को दिखाया।