शिखा श्रीवास्तव और अनिल कुमार द्विवेदी
वर्तमान कार्य का उद्देश्य दूषित जल में आर्सेनिक (As) को हटाने के लिए बैम्बुसा वल्गेरिस के पत्ती बायोमास की व्यवहार्यता की जांच करना है। बैम्बुसा वल्गेरिस पत्ती बायोमास की जैवशोषण/शोषण क्षमता का निरीक्षण करने के लिए As से दूषित जल के नमूने के साथ पत्ती बायोमास के विभिन्न वजन का उपचार किया गया। 4 घंटे के लिए 8 ग्राम बांस के पत्ते के बायोमास का उपचार करने के बाद As की सांद्रता 55% कम हो गई। रिकॉर्ड किए गए डेटा के बहुभिन्नरूपी ANOVA से यह भी संकेत मिलता है कि बांस के पत्तों के माध्यम से आर्सेनिक दूषित पानी का उपचार आशाजनक परिणाम के साथ लागू किया जा सकता है। पियर्सन सहसंबंध विश्लेषण से यह भी पता चलता है कि सभी उपचार उपयोग किए गए वनस्पति उपकरण के द्रव्यमान के संबंध में और समय के संबंध में भी सकारात्मक रूप से महत्वपूर्ण हैं।