स्पेंसर क्राउच, जोनाथन डिज़िंगले, जेनी टायस, सुनील कपिला, रॉबर्ट एबर, पीटर के. नेडगे, यवोन कपिला
उद्देश्य: इस अध्ययन का लक्ष्य केन्या के मेरु के ग्रामीण किथोका समुदाय में वयस्कों की मौखिक स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करना था। तरीके: 20-90 वर्ष की आयु के 102 वयस्कों का एक क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन किया गया, जिसमें मौखिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण और दंत परीक्षण शामिल थे। डीएमएफटी सूचकांक का उपयोग करके क्षय के इतिहास पर नैदानिक डेटा एकत्र किया गया था। मसूड़ों की गिरावट, मसूड़ों की सूजन और फ्लोरोसिस पर डेटा भी एकत्र किया गया था। परिणाम: अध्ययन की गई जनसंख्या में बावन प्रतिशत महिलाएं थीं और 48% पुरुष थे। 31% आबादी ने पेशेवर दंत चिकित्सा सेवाओं तक पहुंच नहीं होने की सूचना दी। 78 प्रतिशत आबादी ने बताया कि उनके पास टूथब्रश है, जबकि 83% व्यक्ति रोजाना ब्रश करते हैं। आबादी का औसत डीएमएफटी 3.9 था। दस प्रतिशत आबादी में मसूड़ों में सूजन नहीं थी, 75% में हल्की-मध्यम सूजन थी, और 15% में गंभीर सूजन थी; यह अनुपचारित आबादी के लिए रिपोर्ट किए गए पीरियोडोंटल रोग प्रतिशत के प्राकृतिक इतिहास की याद दिलाता है। छियालीस प्रतिशत में मसूड़ों की गिरावट की अलग-अलग डिग्री थी। फ्लोरोसिस का प्रचलन 22% था। निष्कर्ष: इस समुदाय की वयस्क आबादी में अनुपचारित दंत क्षय, मसूड़ों की सूजन और मौखिक दर्द का उच्च स्तर पाया गया। इस समुदाय की खराब दंत स्वास्थ्य स्थिति को देखभाल तक सीमित पहुंच द्वारा और भी बढ़ाया जाता है, जो यह सुझाव देता है कि इस समुदाय में मौखिक देखभाल और लागत प्रभावी निवारक रणनीतियों के कार्यान्वयन की आवश्यकता है।