कारमेन ऐलेना जॉर्जेस्कु, गैब्रिएला टोनसे, ऑगस्टिन मिहाई
अंतःमुखीय परीक्षण दंत रेडियोग्राफी की रीढ़ हैं। प्रत्येक रेडियोग्राफिक परीक्षण से इष्टतम निदान गुणवत्ता वाले रेडियोग्राफ तैयार होने चाहिए, जिसमें निम्नलिखित विशेषताएं शामिल होनी चाहिए: (ए) छवि पर रुचि के पूर्ण क्षेत्रों को रिकॉर्ड करना, (बी) कम से कम संभव विरूपण होना, (सी) इष्टतम घनत्व और कंट्रास्ट होना। हालांकि रेडियोग्राफ द्वारा प्रदान की गई नैदानिक जानकारी रोगी के लिए निश्चित रूप से लाभकारी हो सकती है, लेकिन दंत चिकित्सकों को रेडियोग्राफिक परीक्षा का उपयोग करते समय विचार करना होगा। इस अध्ययन का उद्देश्य पेरियापिकल, पैनोरमिक, ऑक्लूसल, सेफेलोमेट्रिक रेडियोग्राफ और वॉल्यूमेट्रिक कंप्यूटेड टोमोग्राफी में मैक्सिलरी लेटरल क्षेत्र की सामान्य रेडियोग्राफिक शारीरिक रचना प्रस्तुत करना है। सामग्री और विधि। इस अध्ययन में 17 छवियां शामिल हैं जो मैक्सिलरी लेटरल क्षेत्र की सामान्य शारीरिक रचना प्रस्तुत करती हैं। परिणाम सामान्य संरचनाओं को पहचानने और मैक्सिलरी लेटरल क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में उचित प्रत्यारोपण के चयन का मार्गदर्शन करने में चिकित्सक की मदद करने में रेडियोग्राफ के महत्व को दर्शाते हैं। अध्ययन का निष्कर्ष वॉल्यूमेट्रिक कंप्यूटेड टोमोग्राफी को एक नई तकनीक के रूप में उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है, जो मानक दृश्य और जटिल छवि विश्लेषण की अनुमति देता है, विशेष रूप से प्रत्यारोपण के उपयोग पर विचार करते समय।