जाबेर शरहीली और रांडा नूह
पृष्ठभूमि/परिचय: दीर्घकालिक मनोरोग रोगी विभिन्न चिकित्सीय बीमारियों से ग्रस्त होते हैं क्योंकि ऐसी बीमारियों के विकास के कई जोखिम कारक होते हैं। मधुमेह, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप का विशेष महत्व है।
उद्देश्य: इस अध्ययन का उद्देश्य दीर्घकालिक मनोरोग रोगियों में मधुमेह, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप जैसी चिकित्सीय बीमारियों के पैटर्न का आकलन करना था।
कार्यप्रणाली: एक क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन किया गया था। इस अध्ययन में पूर्वव्यापी चार्ट समीक्षा के माध्यम से डेटा एकत्र किया गया। डेटा प्रविष्टि और विश्लेषण के लिए एपि-इन्फो का उपयोग किया गया।
परिणाम: हमने 465 स्थायी (भविष्य में छुट्टी की कोई योजना नहीं) मनोरोग रोगियों का विश्लेषण किया, जिनमें 76.8% पुरुष थे, 89.2% रोगी 41-50 वर्ष के एक आयु वर्ग के थे 30.1% में कम से कम एक सहवर्ती चिकित्सा सह-रुग्णता थी जबकि सिज़ोफ्रेनिया में सबसे अधिक सह-रुग्णता (82.9%) थी। मनोरोग रोगियों की आबादी में सह-रुग्णता का पैटर्न था: हृदय रोग (49.3%), उच्च रक्तचाप (25%), और मधुमेह (25.7%)।
निष्कर्ष: ताइफ़ मानसिक अस्पताल में मनोरोग रोगियों में चिकित्सा सह-रुग्णता मुख्य रूप से सिज़ोफ्रेनिक्स में मौजूद थी। हृदय रोग सबसे आम हैं।