कालेब टेस्फये टेगेग्ने*, अबियु अयालेव अस्सेफा, एलेनी टेस्फये टेगेग्ने, मेकिबिब कासा टेसेमा
पृष्ठभूमि: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एनीमिया को तब एक बड़ा सार्वजनिक खतरा माना जाता है जब इसका प्रसार 40% से अधिक हो, 20-40% से मध्यम सार्वजनिक खतरा और 5-20% से हल्का खतरा माना जाता है। इस अध्ययन का उद्देश्य इथियोपिया में 15-49 वर्ष की आयु के वयस्कों में एनीमिया के प्रसार और उससे जुड़े सामाजिक जनसांख्यिकीय कारकों का आकलन करना है।
विधियाँ: 2016 में इथियोपिया में जनसांख्यिकी और स्वास्थ्य सर्वेक्षणों का विश्लेषण SPSS में मल्टीवेरिएट लॉजिस्टिक रिग्रेशन का उपयोग करके किया गया। सामाजिक जनसांख्यिकीय चरों का चयन डेटासेट में उनकी उपलब्धता के आधार पर किया गया।
परिणाम: सर्वेक्षण के समय 15-49 वर्ष आयु के कुल 27289 पुरुषों और महिलाओं के नमूने में से 19.8% (n = 5078) एनीमिया से पीड़ित थे। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 15-49 वर्ष आयु के पुरुष और महिलाएं 0.029 (AOR 0.029; 95% CI: 0.018-0.048), दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले पुरुष और महिलाएं 0.821 (AOR 0.821; 95% CI: 0.725--0.929), सबसे कम आय वाले पंचमांश में रहने वाले पुरुष और महिलाएं 1.255 (AOR 1.255; 95% CI: 1.091-1.445) और एक वर्ष की आयु में वृद्धि 9.952 (95% CI 6.2 से 16.1) एनीमिया के महत्वपूर्ण भविष्यवक्ता पाए गए।
निष्कर्ष : वर्तमान अध्ययन में एनीमिया की मात्रा एक हल्की सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या पाई गई। ग्रामीण निवास, निम्न धन चतुर्थक और वृद्धावस्था 15-49 वर्ष की आयु के वयस्कों में एनीमिया के पूर्वानुमान थे। एनीमिया के प्रसार में शहरी-ग्रामीण अंतर महत्वपूर्ण है, जो हस्तक्षेप के लिए विशिष्ट क्षेत्रों को लक्षित करने की आवश्यकता को दर्शाता है।