कैरिना रीडिगर*, जीनीन बैचमैन, अलेक्जेंडर हैपफेलमेयर, जोर्ग क्लीफ, हेल्मुट फ्राइज़, माइकल डब्ल्यू म्यूएलर
उद्देश्य: प्लेटलेट्स लीवर के पुनर्जनन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लीवर सर्जरी के बाद एक बड़ी समस्या यह है कि पोस्टऑपरेटिव लीवर फंक्शन खराब हो जाता है और रिकवरी में देरी होती है।
इस अध्ययन का उद्देश्य कोलोरेक्टल मेटास्टेसिस के लिए यकृत सर्जरी के बाद प्लेटलेट काउंट का यकृत पुनर्जनन और पश्चात शल्य चिकित्सा परिणाम से संबंध का मूल्यांकन करना था।
विधियाँ: इस अध्ययन में 84 ऐसे मरीज शामिल थे, जिन्हें क्रोनिक लिवर रोग (जैसे वायरल हेपेटाइटिस या लिवर सिरोसिस) नहीं था, जिन्होंने जुलाई 2007 और जुलाई 2012 के बीच हमारे अस्पताल में कोलोरेक्टल लिवर मेटास्टेसिस के लिए आंशिक लिवर रिसेक्शन करवाया था। 65% को प्रीऑपरेटिव कीमोथेरेपी दी गई। सभी मरीज सर्जरी से पहले सामान्य लिवर फंक्शन के साथ आए थे। सर्जरी से पहले दिन -1 और दिन 12 के बीच प्लेटलेट काउंट प्राप्त किए गए और पोस्टऑपरेटिव रुग्णता और मृत्यु दर के साथ सहसंबंधित किए गए। पोस्टऑपरेटिव परिणाम और लिवर पुनर्जनन के संबंध में लिवर सर्जरी के एक दिन बाद प्लेटलेट काउंट ≤ 100/nl और >100/nl वाले मरीजों के बीच तुलनात्मक विश्लेषण किया गया।
परिणाम: ऑपरेशन के बाद प्लेटलेट की कम संख्या महत्वपूर्ण रूप से उच्च रुग्णता (पी=0.003) और पुनः ऑपरेशन की आवश्यकता (पी=0.004) से जुड़ी है। इसके अलावा, थ्रोम्बोसाइटोपेनिक रोगियों में दिन 1 और दिन 7 के बीच काफी अधिक बिलीरुबिन स्तर (पी=0.001; पी=0.005) और कम प्रोथ्रोम्बिन समय (पी=0.015; 0.006) के साथ बिगड़ा हुआ यकृत कार्य दिखा।
निष्कर्ष: ऑपरेशन के बाद प्लेटलेट्स की कम संख्या लिवर सर्जरी के बाद होने वाली रुग्णता से जुड़ी है। प्लेटलेट्स की कम संख्या लिवर की सर्जरी के बाद लिवर के कार्य में बाधा उत्पन्न करती है और रिकवरी में देरी होती है।