प्रशांत शुक्ला, निमेष पटेल, राजा मोहन राव, जिनी शुक्ला, सीमा वर्मा, शोभा झा और शोभा गवरी
पॉलीहाइड्रॉक्सीएल्कानोएट (PHA) और एक्सोपॉलीसेकेराइड (EPS) महत्वपूर्ण बायोपॉलिमर हैं। बैक्टीरिया असंतुलित वृद्धि की स्थिति में कार्बन और ऊर्जा को संग्रहीत करने के तंत्र के रूप में चीनी और लिपिड को किण्वित करके पॉली-हाइड्रॉक्सीएल्कानोएट का उत्पादन करते हैं। भिलाई में गन्ने के खेत से बैसिलस समूह का एक जीवाणु अलग किया गया जो PHA और EPS का उत्पादन करता था। यह एरोबिक, ग्राम पॉजिटिव, रॉड के आकार का, एंडोस्पोर बनाने वाला और कैटेलेज बनाने वाला जीवाणु था। यह 14% NaCl सांद्रता, 3 से 10 तक pH रेंज और 27°C से 70°C तक के तापमान रेंज में बढ़ने में सक्षम था। 40°C पर PHA की अधिकतम उपज 38.5 mg/ml थी जबकि 60°C पर उपज 34.5 mg/ml थी। इसी तरह 37°C पर EPS की अधिकतम उपज 18.5 mg/ml थी। इस जीवाणु के अन्य जैव-प्रौद्योगिकीय पहलू भी हैं, जो इस तथ्य से स्पष्ट है कि इसमें 65°C तक कैटेलेज क्रियाशीलता होती है तथा यह यूरियाज़ उत्पन्न करता है।