यशोदा थिरुमल और सुरेश लावु
औषधीय प्रोटीन की उच्च प्रदर्शन तरल क्रोमैटोग्राफी तकनीक आधारित स्क्रीनिंग को मछली के चारे के रूप में चयनित औषधीय पौधों जैसे ल्यूकस एस्पेरा, अचिरंथेस स्प्लेंडेंस और स्वर्टिया चिरायता से तैयार किया गया था । वर्तमान अध्ययन का उद्देश्य औषधीय पौधों में प्रोटीन की गुणवत्ता प्रोफ़ाइल का पता लगाना है जो मछली के चारे में मुख्य तत्व हैं। औषधीय पौधों के अर्क की जीवाणुरोधी गतिविधि का आकलन किया गया और उसके आधार पर स्व-निर्मित मछली चारा तैयार किया गया। औषधीय गुणों के साथ-साथ उच्च प्रोटीन और फाइबर होने के कारण औषधीय चारा व्यावसायिक मछली चारे की गुणवत्ता से आगे निकल गया। वर्तमान अध्ययन में मछली के रोगजनकों को संक्रमित मछलियों से अलग किया गया और एक उपयुक्त माध्यम पर उनका पालन-पोषण किया गया। ल्यूकस एस्पेरा, अचिरंथेस स्प्लेंडेंस और स्वर्टिया चिरायता में क्रमशः 80%, 92% और 87% रोगजनकों पर नियंत्रण ने औषधीय पौधों की नियंत्रण की तुलना में दक्षता का खुलासा किया। इस अध्ययन से यह संभव हुआ कि औषधीय मछली चारा मछली के आहार की उच्च लागत को कम करता है और इसे जलीय कृषि उद्योग में संभावित उच्च गुणवत्ता वाले वैकल्पिक स्रोत के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।