नादिर सुहैल, सुमेरा अजीज अली और सवेरा अजीज अली
हेपेटाइटिस बी एक जानलेवा संक्रामक बीमारी है, जो आजकल पाकिस्तान में बहुत तेजी से फैल रही है। इस बीमारी की जड़ में गरीबी और अशिक्षा भी है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच और विभिन्न सामाजिक-आर्थिक स्तरों के बीच स्वास्थ्य स्थितियों में भारी अंतर है, जिसने इस जानलेवा बीमारी के बढ़ते बोझ में भूमिका निभाई है। इसके अलावा, देश में कई सामाजिक और सांस्कृतिक बाधाएँ व्याप्त हैं, जिन्होंने समाज में इस बीमारी के बोझ को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई होगी। सबसे महत्वपूर्ण कदम इंजेक्शन ड्रग उपयोगकर्ताओं, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और रक्त आधान प्राप्तकर्ताओं सहित उच्च जोखिम वाले समूहों को लक्षित करना है। पहला कदम इन उच्च जोखिम वाले समूहों के व्यवहार को शिक्षा और परामर्श के माध्यम से अभिनव दृष्टिकोणों को अपनाकर बदलना है। इन रणनीतियों में से एक सामाजिक विपणन है, जो लोगों को अपना व्यवहार बदलने में मदद कर सकता है। इस प्रकार, इस समीक्षा का उद्देश्य लोगों के व्यवहार को बदलने के लिए अभिनव रणनीति के रूप में सामाजिक विपणन दृष्टिकोण का उपयोग करना था। व्यवहार में यह परिवर्तन दुनिया भर में और विशेष रूप से विकासशील देशों में हेपेटाइटिस बी की महामारी को रोकने में भूमिका निभा सकता है।