मारिया अज़ीज़, थॉमस डि डोना
विकासशील देशों में बुनियादी ढांचे और संसाधनों की कमी के कारण मातृ एवं प्रजनन स्वास्थ्य से समझौता किया जाता है (सैनविंग एट अल., 2013)। भारत में वर्तमान स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली अभी भी असमान और असमान है (सैनविंग एट अल., 2013)। जनसंख्या को मातृ एवं प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करने के लिए अधिक एकीकृत स्वास्थ्य देखभाल वितरण प्रणाली की आवश्यकता है। स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारकों पर आयोग (CSDH) ने भारत में स्वास्थ्य असमानता के पाँच मुख्य संरचनात्मक निर्धारकों की पहचान की है, अर्थात् सामाजिक-आर्थिक कारक, आयु, शिक्षा और लिंग (सैनविंग एट अल., 2013)। स्वास्थ्य समानता प्राप्त करने के लिए बेहतर स्वास्थ्य नीतियों को तैयार करने के लिए स्वास्थ्य असमानता में सामाजिक निर्धारकों के बीच परस्पर क्रिया को अच्छी तरह से समझा जाना चाहिए (सैनविंग एट अल., 2013)।