नासिरा मुस्तफा*, हाजरा सरवर, अफजल एम, आरिफ एम
गिलियन बैरे सिंड्रोम (GBS) एक तीव्र शुरुआत है। यह ऑटो इम्यून मीडिएटेड न्यूरोपैथी है। GBS रोगियों में पोषण महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। GBS कोई दर्दनाक विकार नहीं है। यह विकासशील देशों में होने वाली लकवाग्रस्त बीमारी है। परिधीय क्षेत्रों में विभिन्न एंटीजन के खिलाफ ऑटो एंटीबॉडी मौजूद होते हैं। इस रोग का होना बहुत दुर्लभ है। GBS का प्रकोप प्रति वर्ष प्रति मिलियन लोगों में 0.4 से 1.7 है। GBS के उपप्रकार एक्यूट मोटर एक्सोनल न्यूरोपैथी (AMAN), और ADIP एक्यूट इंफ्लेमेटरी डिमाइलेटिंग पोलीन्यूरोपैथी हैं। एक 12 वर्षीय पुरुष रोगी को चलने और खड़े होने में असमर्थता की शिकायत के साथ सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके निचले अंग कमजोर हो गए। वह खड़ा नहीं हो सकता और वह चलने में भी असमर्थ था। अस्पताल में भर्ती होने के कुछ दिनों बाद रोगी को उपचार दिया गया और उसे छुट्टी दे दी गई इस स्थिति में रोगी के हाथ-पैर धीरे-धीरे कमजोर हो जाते हैं। अंगों की कमजोरी का विकार दिन-प्रतिदिन बढ़ता जाता है।