अरुणा रानी और राज कुमार
रिमोट सेंसिंग और भौगोलिक सूचना प्रणाली निर्णय समर्थन प्रणाली के लिए एक बेहतरीन उपकरण बन रही है। यह बिजली क्षेत्र में अहम भूमिका निभा सकती है। सभी बिजली परियोजनाओं से जुड़ी सभी संपत्तियों की भू-स्थानिक जानकारी भौगोलिक सूचना प्रणाली में एक प्लेटफॉर्म पर देखी जा सकती है। जिससे बाढ़ प्रबंधन और बिजली वितरण व नियंत्रण व्यवस्था को समान बनाने में मदद मिल सकती है। यह नई बिजली परियोजना की योजना बनाने में काफी मददगार साबित हो सकती है। इस कार्य का उद्देश्य बिजली उत्पादन, वितरण, ट्रांसमिशन परियोजनाओं और उनकी संपत्तियों को भू-स्थानिक रूप से एकीकृत करना और भौगोलिक सूचना प्रणाली विकसित करना है। अध्ययन में अचानक आने वाली बाढ़ की स्थिति में सबसे अच्छे तरीके से संबंधित और उसका विश्लेषण भी किया गया है। अध्ययन में हाइड्रो पावर बिजली के बजाय वैकल्पिक रूट बिजली आपूर्ति प्रणाली की भी पहचान की गई है। इस पेपर में वर्ष 2017 का मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन और हाइड्रो पावर परियोजनाओं द्वारा विश्लेषण शामिल है इस पेपर का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड राज्य के स्थानिक संदर्भ में विद्युत परियोजनाओं के लिए जीआईएस समर्थन के महत्व पर ध्यान केंद्रित करना है।