पारिजात चक्रवर्ती*, प्रतीक चंद्रा, रागनी टंडन, आफताब आजम और रामजी रस्तोगी
उद्देश्य: विभिन्न कुरूपता के मामलों में जबड़े के कृन्तकों पर लगने वाले जीभ के बल का मूल्यांकन करना और विभिन्न लिंगों के बीच इसकी तुलना करना। तरीके: अध्ययन 512 विषयों (340 महिलाएं और 172 पुरुष) पर किया गया था। विषयों को विषयों के दाढ़ संबंध के अनुसार तीन समूहों में विभाजित किया गया था। विषयों के जबड़े के कृन्तक पर लगने वाले दाढ़ संबंध और जीभ के बलों को क्रमशः एक डायग्नोस्टिक किट और एक फ्लेक्सी बल प्रतिरोधक सेंसर का उपयोग करके रिकॉर्ड किया गया था। आराम के समय जीभ का बल (टीएफआर), निगलने के दौरान जीभ का बल (टीएफएस) और अधिकतम जीभ बल (एमटीएफ) को मापा गया और सांख्यिकीय रूप से विश्लेषण किया गया। परिणाम: एमटीएफ महिलाओं की तुलना में पुरुषों में काफी अधिक था। तीन समूहों के बीच टीएफआर और टीएफएस की तुलना करते समय एक महत्वपूर्ण संबंध भी पाया गया।