कौर I, कलाईसेल्वन वी, कुमार आर, मिश्रा पी, कुमारी ए और सिंह जीएन
पृष्ठभूमि: फार्मासिस्ट स्वास्थ्य सेवा प्रदाता और रोगी के बीच बहुत महत्वपूर्ण कड़ी है। उद्देश्य: इस अध्ययन का उद्देश्य फार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया (PvPI) में फार्मासिस्ट द्वारा की गई रिपोर्टिंग का विश्लेषण करना है।
विधि: फार्मासिस्टों द्वारा एनसीसी-पीवीपीआई को स्वतः प्रस्तुत की गई व्यक्तिगत केस सुरक्षा रिपोर्ट (आईसीएसआर) को जुलाई 2011 से दिसंबर 2014 तक के डाटा बेस से निकाला गया। हमने मरीजों के लिंग, आयु और प्रतिक्रियाओं की गंभीरता आदि के आधार पर इन रिपोर्टों का विश्लेषण किया।
परिणाम: डेटाबेस में 1,10,000 आईसीएसआर में से 16646 आईसीएसआर फार्मासिस्टों द्वारा रिपोर्ट किए गए थे । 3782 रिपोर्ट गंभीर थीं और 9601 रिपोर्ट गैर-गंभीर थीं और 1979 रिपोर्ट अज्ञात मानदंडों की थीं।
निष्कर्ष: फार्मासिस्ट न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में एक प्रभावी फार्माकोविजिलेंस प्रणाली के निर्माण में मदद कर सकते हैं।