सुरभि मदन1*, दर्शनी रामर2, देवांग पटेल3, अमित चितालिया4, नितेश शाह5, भाग्येश शाह6, विपुल ठक्कर6, हार्दिक शाह7, रश्मी चोवटिया7, प्रदीप डाभी5, मिनेश पटेल6, अमित पटेल5, नीरव बापट8, परलूप भट्ट2, आर्य नाइक2, मनीष राणा8, हिमांशु नायक9, करुण देव शर्मा10, प्रशांत पारीख11, भावना मेहता11, भाविनी शाह11
पृष्ठभूमि: कोविड-19 से प्रभावित गर्भवती महिलाओं में समान आयु वर्ग की गैर-गर्भवती महिलाओं की तुलना में बीमारी के परिणाम खराब पाए गए हैं। कोविड-19 प्लेसेंटा में प्रतिकूल परिवर्तन ला सकता है, जिसका अध्ययन किया जाना चाहिए।
विधियाँ: यह मई 2020 से फरवरी 2021 तक COVID-19 के कारण अस्पताल में भर्ती 63 गर्भवती महिलाओं की केस सीरीज़ है। प्राथमिक परिणाम मातृ मृत्यु या जटिलताएँ थे।
परिणाम: 63 महिलाओं का अध्ययन किया गया। 83.3% महिलाएँ 26 से 35 वर्ष की आयु वर्ग की थीं। 33% महिलाओं में सह-रुग्णताएँ थीं। 68.3% महिलाएँ अपनी तीसरी तिमाही में सकारात्मक पाई गईं, 15.9% और 11% क्रमशः अपनी दूसरी और पहली तिमाही में सकारात्मक पाई गईं। 73% महिलाओं में हल्की बीमारी थी और 27% महिलाओं को ऑक्सीजन सहायता की आवश्यकता थी। 63 में से 3 महिलाओं की मृत्यु हो गई। दूसरी तिमाही में एक महिला और तीसरी तिमाही में दो महिलाओं की क्रमशः मृत्यु हो गई। 13 प्लेसेंटा (जाँचे गए 19 प्लेसेंटा में से) में हिस्टोपैथोलॉजिकल जाँच से मातृ और भ्रूण में गड़बड़ी का संकेत मिला।
निष्कर्ष: गर्भवती कोविड-19 महिलाओं में रोग-संबंधी के साथ-साथ प्रसूति संबंधी जटिलताएं भी विकसित हो सकती हैं।