अस्सेफ़ा एमबी और कसाहुन टी
पृष्ठभूमि: अन्य बीमारियों वाले रोगियों की तुलना में हृदय संबंधी रोगियों में दवा-दवा परस्पर क्रिया की रिपोर्ट अधिक बार की जाती है। बुजुर्ग रोगियों में निर्धारित दवाओं की उच्च दर से दवा परस्पर क्रिया की संभावना बढ़ जाती है और इस प्रकार यह जोखिम बढ़ जाता है कि दवाएं स्वयं अस्पताल में भर्ती होने का कारण बन सकती हैं।
उद्देश्य: अनुसंधान का उद्देश्य येकाटिट 12 अस्पताल, अदीस अबाबा, इथियोपिया में हृदय रोगियों में दवा की परस्पर क्रिया का आकलन करना है।
मरीज़ और विधियाँ: येकाटिट 12 अस्पताल मेडिकल कॉलेज में भर्ती हृदय रोगियों में दवा-दवा परस्पर क्रिया और संबंधित कारकों का आकलन करने के लिए पूर्वव्यापी क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन डिज़ाइन शामिल किया गया था। इस अध्ययन में हृदय रोगियों के कुल 209 मेडिकल चार्ट शामिल किए गए थे। मानक दवा परस्पर क्रिया जाँचकर्ता सॉफ़्टवेयर (माइक्रोमेडेक्स) का उपयोग करके दवा-दवा परस्पर क्रिया की जाँच की गई। ची-स्क्वायर परीक्षण का उपयोग करके संबंध का परीक्षण किया गया। इसके अलावा, आश्रित चर के साथ चर के संबंध के महत्व का परीक्षण 0.05 से कम p मान पर किया गया।
परिणाम: इस अध्ययन में 209 हृदय रोगियों के चिकित्सा रिकॉर्ड शामिल किए गए थे। इनमें से 55.5% महिलाएँ थीं, जबकि 45% 65 वर्ष से कम आयु वर्ग के थे। रोगियों का औसत अस्पताल में रहना 11.2 दिन था। लगभग आधे (44.5%) रोगियों में CHF का निदान किया गया था। 11.2 दिनों के औसत अस्पताल में रहने के दौरान कुल 1485 दवाएँ निर्धारित की गईं, जिसमें प्रति रोगी औसतन 7.1 दवाएँ थीं। अड़सठ रोगियों (32.5%) में कम से कम एक प्रमुख दवा-दवा परस्पर क्रिया थी। DDI को दवाओं की संख्या (पॉलीफ़ार्मेसी) में वृद्धि के साथ महत्वपूर्ण रूप से जुड़ा पाया गया (p=0.001; काई-स्क्वायर=31.04)। इसके अलावा लंबे समय तक अस्पताल में रहने वाले रोगियों में संभावित दवा परस्पर क्रियाएँ (p=0.012; काई-स्क्वायर=5.75) भी थीं।
निष्कर्ष: वर्तमान अध्ययन के निष्कर्ष से पता चलता है कि लगभग एक तिहाई बुजुर्ग मरीज़ कम से कम एक प्रमुख DDI के संपर्क में हैं। इन हृदय रोगियों में सबसे आम दवा परस्पर क्रिया ओमेप्राज़ोल और डिगॉक्सिन के बीच होती है। क्लिनिकल फ़ार्मासिस्ट को संभावित DDI की निगरानी करने और उचित खुराक या चिकित्सा समायोजन करने में सतर्क रहना चाहिए।