तारिक़ एल्मिस्बाह
अध्ययन का उद्देश्य: प्रमुख सूडानी आबादी में केल रक्त समूह प्रतिजनों Kpa, Kpb और उनके फेनोटाइप की आवृत्ति निर्धारित करना। पृष्ठभूमि: केल रक्त समूह प्रणाली की खोज 1946 में कूम्ब, मौरेंट और रेस ने श्रीमती केल के बच्चे से की थी, जो HDN से पीड़ित थी, और नवजात शिशु की एंटीबॉडी लेपित लाल रक्त कोशिका ने प्रत्यक्ष कूम्ब परीक्षण सकारात्मक दिया, इसका कारण अस्पष्ट था और प्रतिजन की खोज से नए प्रतिजन की खोज हुई, जिसका नाम "केल" रखा गया। अध्ययन डिजाइन: यह अध्ययन दस प्रमुख सूडानी जनजातियों में 1000 नमूनों पर किया गया था। प्रत्येक नमूने का इम्यूनोडिफ्यूजन जेल सिस्टम का उपयोग करके Kpa और Kpb के लिए परीक्षण किया गया था।
सामग्री और विधियाँ: यह अध्ययन जुलाई और दिसंबर 2009 के बीच की अवधि में किया गया था। स्वास्थ्य प्राधिकरण से सहमति लेने के बाद असंबंधित व्यक्तियों से EDTA कंटेनरों में एक हज़ार शिरापरक रक्त के नमूने एकत्र किए गए। जेल प्रतिरक्षा-प्रसार प्रणाली का उपयोग करके केल रक्त समूह प्रतिजनों का पता लगाया गया
परिणाम: परिणामों से पता चला कि सूडान की प्रमुख आबादी में केपीए की आवृत्ति 2% थी, जबकि केपीबी की आवृत्ति 99.4% की आवृत्ति के साथ सबसे अधिक थी। निष्कर्ष: सूडान की प्रमुख आबादी में केल रक्त समूह एंटीजन केपीए और केपीबी की आवृत्ति अंतरराष्ट्रीय आवृत्तियों के समान पाई गई।