मोहम्मद नुरुज्जमां खान और मोहम्मद नजरूल इस्लाम मंडल
उद्देश्य: इस अध्ययन का उद्देश्य बांग्लादेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बुजुर्ग आबादी के बीच रोग की अवधि के निर्धारक कारकों की पहचान करना था।
विधियाँ: बांग्लादेश के पाबना जिले के तीन गाँवों में एक क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन किया गया। संरचित प्रश्नावली का उपयोग करके 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के 250 (पुरुष, 168; महिलाएँ, 82) बुजुर्गों से डेटा एकत्र किया गया। डेटा का विश्लेषण करने के लिए, सांख्यिकीय उपकरण के रूप में द्विचर और बहुचर विश्लेषण दोनों का उपयोग किया गया।
निष्कर्ष: परिणामों से पता चला कि अधिकांश बुजुर्ग (70.00%) विभिन्न प्रकार की लंबी अवधि (>1 वर्ष) की बीमारियों से पीड़ित थे। उत्तरदाताओं की आयु, साझेदारी की स्थिति, परिवार का प्रकार, परिवार का आकार, शिक्षा, कार्य स्थिति, पारिवारिक आय और नशीली दवाओं की लत बीमारियों की अवधि से काफी हद तक जुड़ी हुई पाई गई। अंत में, बाइनरी लॉजिस्टिक रिग्रेशन मॉडल ने लगभग सभी कारकों को बीमारियों की अवधि के महत्वपूर्ण भविष्यवक्ता के रूप में पहचाना।
निष्कर्ष: महिलाओं की तुलना में पुरुषों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं अधिक पाई गईं। बुजुर्गों की बीमारी की अवधि को कम करने के लिए, उनकी वित्तीय स्थिति और पारंपरिक पारिवारिक बंधन को बेहतर बनाने और ऐसे कार्यस्थल बनाने पर जोर दिया जाना चाहिए जहाँ वे शामिल हो सकें।