रामजी सिंह, आदेश कुमार और अजय तोमर
चार वृक्षों से उत्पन्न होने वाले तिलहन (टीबीओ) अर्थात नीम, जटरोफा, महुआ और करंजा के तेल रहित केक का परीक्षण टी. हरजियानम के बड़े पैमाने पर गुणन के लिए उनकी उपयुक्तता के लिए किया गया और यह भी कि वे टी. हरजियानम की जनसंख्या गतिशीलता के पर्याप्त स्तर के साथ टी. हरजियानम के अस्तित्व को कितने समय तक बनाए रख सकते हैं। इन चार तेल रहित केक के अलावा, दो खाद अर्थात एफवाईएम और वर्मीकम्पोस्ट का भी उनकी उपयुक्तता के लिए परीक्षण किया गया और टी. हरजियानम की जनसंख्या गतिशीलता और दीर्घायु का समर्थन करने में इन तेल रहित केक के साथ तुलना की गई। चार तेल रहित केक अर्थात नीम, जटरोफा, महुआ और करंजा में से नीम केक को इन विट्रो में टी. हरजियानम की जनसंख्या गतिशीलता और दीर्घायु का समर्थन करने के लिए सबसे अच्छा सब्सट्रेट पाया गया। 25% नमी के साथ रखी गई नीम की खली, काफी मात्रा में जनसंख्या के साथ 105 दिनों से अधिक समय तक टी. हरजियानम की लंबी आयु को बनाए रखने में सक्षम थी, जबकि जट्रोफा, महुआ और करंजा की खली, टी. हरजियानम की लंबी आयु को केवल 90 दिनों तक ही बनाए रख सकती थी। आलू डेक्सट्रोज शोरबा (पीडीबी) पर पहले से उगाए गए ट्राइकोडर्मा हरजियानम को चार डी-ऑइल केक में मिलाने से तुलनात्मक रूप से बेहतर जनसंख्या गतिशीलता प्राप्त हुई, जबकि आलू डेक्सट्रोज अगर पर इसे उगाया गया था।