अशोक कुमार मिश्रा
इस संचार में लेखक ने यह अवधारणा प्रस्तुत की है कि लेखांकन के मूल सिद्धांतों को प्राकृतिक घटना की सार्वभौमिक घटना के साथ समतुल्य माना जा सकता है, अर्थात संपत्ति, व्यय, पूंजी, देनदारियां और लाभ के नियम वही हैं जो पृथ्वी, जल, अग्नि, आकाश और वायु में मौजूद हैं।