कैकिसी बी1, उर्फ पीएस2*, सेविम एरोल ए3 और अरन्सी जी4
काटने के निशानों का विश्लेषण फोरेंसिक विज्ञान का एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जहाँ काटने के पैटर्न की नकल को दंत मॉडल पर आरोपित किया जाता है और मीट्रिक विश्लेषण किया जाता है। ये मामले एक पैटर्न वाली चोट दिखाते हैं, जहाँ आमतौर पर छह सामने के दांतों के निशान मौजूद होते हैं, जिनमें से सबसे प्रमुख निशान कैनाइन दांतों के क्षेत्र में पाया जाता है।
इस अध्ययन का उद्देश्य मैक्सिला और मैंडिबुला दोनों के लिए द्विअक्षीय अंतर श्वान चाप चौड़ाई से यौन द्विरूपता को प्रदर्शित करना है। यह अध्ययन 200 व्यक्तियों (100 महिला और 100 पुरुष) के डेंटल कास्ट पर किया गया था, जिनकी औसत आयु 23 वर्ष थी। इस शोध के सभी माप पहले लेखक द्वारा लिए गए थे, जिन्होंने अलग-अलग समय अंतराल में दो बार कास्ट को मापा था। इन मापों की अंतर पर्यवेक्षक त्रुटि की गणना वर्णनात्मक सांख्यिकी द्वारा की गई थी और मापों के बीच त्रुटि मान महिलाओं और पुरुषों के मैक्सिला और मैंडिबुला दोनों के लिए महत्वहीन पाया गया था।
इस शोध के परिणाम से, महिलाओं और पुरुषों के मैक्सिला और मैंडिबुला दोनों के लिए सटीक रूप से निदान किए गए द्विरूपी अंतर कैनाइन दांतों के माप और अपरिभाषित प्रतिच्छेदन क्षेत्रों की गणना की गई। इन सटीक रूप से निदान किए गए द्विरूपी मापों से फोरेंसिक विशेषज्ञ को एक आसान और तेज़ लिंग पहचान परिणाम मिल सकता है, यदि विशिष्ट आबादी का दंत डेटा ज्ञात है जिससे जांच की गई व्यक्ति संबद्ध था।