सलियन शैलजा, शाम एस भट्ट और संदीप हेगड़े के
उद्देश्य: इस अध्ययन का उद्देश्य तीन रूट कैनाल सिंचाई समाधानों की जीवाणुरोधी प्रभावकारिता की तुलना करना था: एक एंटीबायोटिक जिसमें सिंचाई, क्लोरहेक्सिडिन और क्लोरहेक्सिडिन + सेट्रिमाइड शामिल है।
कार्यप्रणाली: 46 स्थायी मैक्सिलरी केंद्रीय कृन्तक मानकीकृत खंडों में बनाए गए और बाँझ किए गए। बाँझपन की पुष्टि के लिए 6 दांतों का इस्तेमाल किया गया। शेष 40 दांतों को 28 दिनों के लिए एंटरोकोकस फेकेलिस से संक्रमित किया गया। उन्हें सिंचित किया गया - समूह ए: को-एमोक्सिक्लेव / साइट्रिक एसिड / पॉलीसोर्बेट -80 (सीसीपी); समूह बी: 2% क्लोरहेक्सिडिन ग्लूकोनेट; समूह सी: 2% क्लोरहेक्सिडिन ग्लूकोनेट (सीएचएक्स) और 0.2% सेट्रिमाइड (सीटीआर); समूह डी: खारा कॉलोनी बनाने वाली इकाइयों (CFU) की गणना की गई और मूल्यों का सांख्यिकीय विश्लेषण किया गया।
परिणाम: परिणामों से पता चला कि CCP में 2% CHX (p<0.05) की तुलना में बेहतर जीवाणुरोधी गतिविधि है। लेकिन, 2% CHX + 0.2% CTR ने 2% CHX और CCP (p<0.01) दोनों की तुलना में बेहतर जीवाणुरोधी प्रभाव दिखाया।
निष्कर्ष: इस अध्ययन में देखी गई CCP की माइक्रोबियल अवरोध क्षमता एक इंट्राकैनल सिंचाई के रूप में इसके उपयोग के लिए दृष्टिकोण खोलती है। सेट्रिमाइड और क्लोरहेक्सिडिन के मिश्रण से सहक्रियात्मक क्रिया हुई और इसकी प्रभावकारिता क्लोरहेक्सिडिन या CCP से अधिक थी।