अला एल्डिन आइसा*,मोहम्मद फैसल
हैचरी में पाली गई ब्रूक (बीकेटी) ट्राउट लॉट में रेनिबैक्टीरियम सैल्मोनिनारम संक्रमण की वजह से होने वाले कई नैदानिक बैक्टीरियल किडनी रोग (बीकेडी) प्रकोपों की जानकारी 2002-2004 के दौरान एक्वाटिक एनिमल हेल्थ लेबोरेटरी, मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी, एमआई, यूएसए में प्रस्तुत की गई थी। इन मृत्यु दर प्रकरणों के निदान के लिए संपूर्ण नैदानिक परीक्षण, मात्रात्मक एंजाइम-लिंक्ड इम्यूनोसॉरबेंट परख (क्यू-एलिसा), नेस्टेड पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (एनपीसीआर), कल्चर, हिस्टोपैथोलॉजी और इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री (आईएचसी) का उपयोग किया गया था। ऐसे प्रकोपों के शुरू होने और बढ़ने के संभावित कारणों की जांच की गई है। हालांकि सभी जांचे गए मामलों के लिए क्यू-एलिसा, एनपीसीआर और कल्चर के परिणामों ने आर. सैल्मोनिनारम के साथ भारी संक्रमण का संकेत दिया इस अध्ययन में उसी हैचरी के बी.के.टी. ब्रूडस्टॉक के एक उप-नमूने में आर. सैल्मोनिनारम संक्रमण की स्थिति का आकलन भी शामिल था। परिणामों ने ब्रूडस्टॉक में क्रोनिक संक्रमण की उपस्थिति का संकेत दिया, जिसमें बी.के.डी. पैथोग्नोमोनिक ग्रैनुलोमा गुर्दे के ऊतकों के काफी बड़े हिस्से पर कब्जा कर रहा था।