एल्विस असोरवो और एरिक यैंकसन
सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों में उन्नति ने सार्वजनिक प्रशासन के प्रदर्शन को महत्वपूर्ण रूप से बदल दिया है। यह शोधपत्र सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों में ई-गवर्नेंस के कार्यान्वयन के लिए घाना सरकार की वेबसाइटों की तत्परता की जांच करता है। अध्ययन घाना में 115 मंत्रालयों, विभागों और एजेंसियों की जांच करता है और पांच-चरणीय ई-गवर्नेंस मॉडल के आधार पर उनकी तत्परता का मूल्यांकन करता है। मौजूदा ई-गवर्नेंस साहित्य पर आधारित विश्लेषण से पता चलता है कि घाना सरकार की वेबसाइटें "ईंटों और मोर्टार" कार्यालयों का केवल एक विस्तार हैं, सिवाय इसके कि वे 24/7 उपलब्ध हैं। जांच की गई सभी वेबसाइटों ने सरकार और नागरिकों के बीच ऑनलाइन संचार और बातचीत को सक्षम करने में प्रगति नहीं की है। हमारे विश्लेषण के आधार पर हमारा निष्कर्ष यह है कि घाना में सार्वजनिक प्रशासन ई-गवर्नेंस मॉडल (इंटरैक्टिव उपस्थिति - चरण III) के निचले चरणों में है। यह शोधपत्र अनुशंसा करता है कि घाना सरकार को अपने व्यापक नीति लक्ष्यों, सेवा वितरण उद्देश्यों और नागरिकों के साथ व्यापक सार्वजनिक जुड़ाव और सूचना समाज से संबंधित गतिविधियों में ई-गवर्नेंस को एकीकृत करना चाहिए। सूचना लोक प्रशासन का एक महत्वपूर्ण घटक है और लोकतांत्रिक मूल्यों तथा प्रभावी सार्वजनिक सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए ई-सरकार की आवश्यकता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।