राडवा जी. डायब, मोना एम. एल तेमसाही, इमान डी. एल्केरडनी और महा आर. गफ़र
पृष्ठभूमि: एनिसाकिस प्रजाति के प्रति अतिसंवेदनशीलता एक विश्वव्यापी चिकित्सा समस्या है। इस अध्ययन का उद्देश्य प्रयोगात्मक चूहों में इम्यूनोलॉजिकल प्रतिक्रिया का पता लगाना था, एनिसाकिस क्रूड एंटीजन के अंतर्ग्रहण के बाद फ्लो साइटोमेट्री द्वारा उनके लिम्फोसाइटों में इम्युनोग्लोबुलिन ई (आईजीई) एंटीबॉडी की माप के माध्यम से।
विधि: साठ स्विस एल्बिनो चूहों को नियंत्रण और प्रायोगिक समूहों में समान रूप से विभाजित किया गया और उनमें से प्रत्येक को आगे पांच उपसमूहों में विभाजित किया गया, जिनमें से प्रत्येक में छह चूहे थे। फ्लोरेसिन आइसोथियोसाइनेट (FITC) एंटी-माउस IgE का उपयोग करके टीकाकरण के बाद शून्य, पहले, तीसरे, पांचवें और सातवें सप्ताह में उनके प्लीहा निलंबन के लिम्फोसाइटों में IgE एंटीबॉडी का प्रतिशत मापा गया और 488 एनएम पर संचालित आर्गन-आयन लेजर उपकरण से सुसज्जित FACS कैलीबुर फ्लो साइटोमीटर बेक्टन डिकिंसन पर उनका विश्लेषण किया गया।
परिणाम: एनिसाकिस एंटीजन के संपर्क में आने वाले पशुओं के लिम्फोसाइटों में IgE एंटीबॉडी का प्रतिशत पहले सप्ताह से ही बढ़ गया था, जो प्रारंभिक संपर्क के तीन सप्ताह बाद चरम पर पहुंच गया, पांचवें सप्ताह से इसमें गिरावट शुरू हो गई और सातवें सप्ताह तक इसमें और अधिक कमी आ गई, नियंत्रण समूह की तुलना में।
निष्कर्ष: इस अध्ययन से प्राप्त परिणामों ने आईजीई एंटीबॉडी के माप के माध्यम से एनिसाकिस प्रजातियों के प्रति संवेदनशीलता का पता लगाने में फ्लो साइटोमेट्री की प्रभावकारिता को साबित कर दिया।